अरुणिका आम को PUSA (भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान) द्वारा विकसित किया गया है। यह किस्म अपने गहरे लाल रंग, आकर्षक आकार और उच्च गुणवत्ता के कारण उपभोक्ताओं और किसानों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है।
इस किस्म में कम रेशा, बेहतर शेल्फ लाइफ और मीठा, रसीला गूदा होता है। यह वाणिज्यिक खेती और स्थानीय बाजारों के साथ-साथ एक्सपोर्ट के लिए भी एक उत्कृष्ट विकल्प है। अरुणिका आम देखने में सुंदर, खाने में स्वादिष्ट और खेती में लाभकारी है।
🌱 पौधरोपण एवं देखभाल सुझाव (Planting & Care Tips):
धूप: प्रतिदिन 6-8 घंटे की सीधी धूप
मिट्टी: जलनिकासी वाली दोमट या बलुई दोमट मिट्टी
सिंचाई: गर्मियों में 10-15 दिन में एक बार
खाद: जैविक खाद + संतुलित उर्वरक (NPK)
रोपण दूरी: सामान्यतः 8×8 फीट या HDP प्रणाली में 6×4 फीट
🌾 आम की खेती के प्रमुख पहलू (Key Aspects of Mango Cultivation):
1. जलवायु एवं मिट्टी (Climate and Soil):
यह किस्म गर्म और शुष्क जलवायु में सर्वश्रेष्ठ उत्पादन देती है।
2. किस्म चयन (Variety Selection):
PUSA द्वारा विकसित अरुणिका किस्म अत्यधिक उत्पादकता, सौंदर्य और स्वाद में श्रेष्ठ है।
3. पौधरोपण (Planting):
मानसून के आगमन या वसंत ऋतु में रोपण करें। गड्ढे में जैविक खाद अवश्य मिलाएं।
4. बाग प्रबंधन (Orchard Management):
समय-समय पर सिंचाई, मल्चिंग, और कीट/रोग नियंत्रण करें।
5. कटाई और फसल के बाद की प्रक्रिया (Harvesting & Post-Harvest Handling):
फल पूरी तरह पकने पर तुड़ाई करें। छायादार स्थान में रखें ताकि गुणवत्ता बनी रहे।
📦 मुख्य विशेषताएँ (Key Highlights):
विशेषता
विवरण
स्वाद
मीठा, गूढ़, रेशारहित
रंग
गहरा लाल
औसत वजन
200–250 ग्राम
उपयोग
टेबल फ्रूट, एक्सपोर्ट, प्रोसेसिंग
विशेषता
उच्च उत्पादन, आकर्षक लुक
📢 पंचलाइन (Promotional Taglines):
“हर बाइट में मिठास और लालिमा – अरुणिका आम!”
“PUSA की तकनीक से उगाया गया भविष्य का आम!”
“जब स्वाद, रंग और उत्पादन एक साथ मिलें – तब बात बने अरुणिका की!”